COMPUTER  का अर्थ -

C – COMMON                                    (सामान्य या उभयनिष्ठ )

O – OPRETING                              (चलना)

M – MACHINE                               (यंत्र )

U – USED IN                                  (प्रयोग करना )

T – TREDE                                    (तकनीकी )

E – EDUCATION                           (शिछा)

R – RESEARCH                             (खोज )

ITI का फुल फॉर्म   -

INDUSTRIAL TRENING INSTITUTE

COPA का फुल फॉर्म    -

COMPUTER OPERATOR AND PROGRAMMING ASSISTANT

What is computer –

Computer एक इलेक्ट्रॉनिक मसीन है | जो सत प्रतिसत सही परीणाम देती है |यह मसीन संग्रह किये गये DATE के आधार पर या यूजर से प्राप्त DATE की विजगणतिज एव तकनिकी क्रिया कर आउटपूट प्रदान करती है |

Computer –

                   कम्प्यूटर  कम्प्युट  सब्द से बना है जिसका अर्थ है| गणना करना , अर्थात  कम्प्यूटर का अर्थ है गड़ना करने वाली मसीन

दुर्घटना-  अचानक होंने वाली  क्रिया जिसमे जान मॉल की हानि हो उसे दुर्घटना कहते है

घटना  अचानक होने वाली क्रिया जिसमे जान माल की हानि न हो उसे घटना कहते है |

 Safety (सुरछा)-किसी व्यक्ति द्वारा किये वो सारे उपाय जिससे किसी होने वाली दुर्घटना से बचा जा सके उसे सुरक्षा कहते है |

सुरछा नियमो की अनिवार्यता – कोइ  भी कार्य करने वाला व्यक्ति सुरक्षा के प्रति जागरूक रहे और एसे बनाए रखे हमेसा एसी आदत बनाये रखे जो सुरक्षा की कसौटी पर खडी रहे जब एसी आदते बन जायगी तब वह मनुष्य दुर्घटना व (stok)आदि से बचने के साथ – साथ ही पैसा व सामग्री के नुकसान से भी बचा  जा सकता है |

 

Law of safety (सुरछा के नियम )- किसी भी कम की करने के लिए उसके अनुरूप औजार होना चाहिए |

जैसे छोटे स्क्रू के लिए बड़ा स्क्रू और बड़ा स्क्रू के लिए छोटा स्क्रू का प्रयोग नही करना चाहिए |

बिना ज्ञान का किसी  यंत्र का प्रयोग नही करना चाहिए |

टूटे तार  व खराब जोड़ो की मरम्मत कर  देनी चाहिए |

बिना हैंडल के टूल्स जैसे –चाकू ,स्क्रू ड्राईवर आदि का प्रयोग नही करना चाहिए |

यदि किसी दुसरे को पकड़ाना है तो उसको हैंडल तरफ से पकड़ाना चाहिए |नही तो हाथ जख्मी हो जायेगा | बरसात के मौसम मे जहा आवश्यक  हो ग्रीस लगा देनी चाहिए |

 

 

                                         Safety Sings (सुरछा चिन्ह ) –

                    

सुरछा चिन्ह निम्न प्रकार के होते है |

निषेधात्मक चिन्ह    (prohibitive signs)

आदेशात्मक चिन्ह   (mandatory signs)

चेतावनी चिन्ह   (warning signs)

सूचनात्मक चिन्ह (informative signs)

 

Prohibitiove signs -  इसका आकर गोल सफ़ेद background पर कला चिन्ह  होता है | तथा border व क्रास तार लाल रंग का होता है |

2.आदेशात्मक चिन्ह (Mandatory Signs) - यह चिन्ह हमें उन निर्देशो को अवगत कराते है | जो कार्य आरम्भ करने से पहले और समाप्त करने के बाद एसे चिन्ह आदेशात्मक चिन्ह होता है | इसका आकर गोल रंग नीला  व चिन्ह  सफेद रंग से  बना होता  है

3.Warning signs – इसका आकार त्रिभुज के समान होता है इसका रंग पिला व चिन्ह और border काले रंग का होता है | जैसे – आग का खतरा बिजली का खतरा आदि | 

4.Infomative sings – यह वर्गाकारआवृति के होते है इनकी background हरे रंग की तथा चिन्ह सफ़ेद रंग की होती है सुचना चिन्ह कहलाता है |इनका अभिप्राय सुचना चिन्ह देना है |

Fire (आग )-      

          (i)ज्वलनशील प्रदार्थ (flomable meteril)

         (ii )आक्सीजन O(Oxygen)

         (iii) गर्मी ऊष्मा (Fire point tamperechar

यह तीनो एक साथ इकठ्ठा होती है तो उस समय आग लग जाती है जब इन तीनो में से एक को भी अलग करके आग को बुझाया जा सकता है |

COUSES OF FIRE (आग लगाने के कारण) –

  1. केबल या तारो से जोड़ जिसमे चिंगारी उत्पन्न न हो |
  2. इलेक्ट्रॉनिक मशीन का ओवर लोड होना जिससे गर्मी उत्पन्न हो |
  3. यदि इन चीजो का ज्यादा इस्तमाल होता है तो enslation खराब हो जायेगा और draeving स्मार्ट सक्रिय हो जायेगा |
  4. तेल में भीगे हुए कपडे भी आग का कारण बन सकती है |

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